फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज का आयुर्वेदिक इलाज

फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज के लक्षण, कारण तथा आयुर्वेदिक उपचार- Fallopian Tube Blockage in Hindi

आजकल के समय मेें अधिकतर महिलाओं में बांझपन की समस्या (Female Infertility) का मुख्य कारण ट्यूबल ब्लॉकेज ही है। जिसकी वजह से महिला गर्भधारण नहीं कर पाती और निसंतानता की चपेट में आ जाती है। ज्यादातर महिलाओं को यह भी नहीं पता होता कि उनकी फैलोपियन ट्यूब में किसी भी तरह की परेशानी है, जब तक कि गर्भधारण करने का प्रयास नहीं करती हैं। इनफर्टिलिटी के सभी मामलों में लगभग 25-30 प्रतिशत हिस्सा ट्यूबल फैक्टर का होता है। हर 4 में से 1 महिला को ट्यूबल ब्लॉकेज की दिक्कत होती हैं। 

फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज प्रजनन क्षमता पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है। रुकावट दोनों ट्यूबों में हो सकती है, जो फैलोपियन ट्यूब, अंडाशय या गर्भाशय को जोड़ती है। यह कई महिलाओं के लिए चिंता का विषय हो सकता है जो  गर्भधारण करने की कोशिश कर रही हैं।

एलोपेथी के अलावा हमारी प्राचीन चिकित्सा प्रणाली जो आयुर्वेदिक उपचार से ब्लॉक हुई फैलोपियन ट्यूब को खोलने में मदद करती है। आइए इस आर्टिकल की मदद से जानेगे की ट्यूबल ब्लॉकेज (Fallopian tube in Hindi) के लक्षण, कारण तथा आयुर्वेदिक उपचार को ओपन कैसे करे।

(और पढ़े – बिना Operation फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज का इलाज)

फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज – Blocked Fallopian Tubes in Hindi

फैलोपियन ट्यूब एक महिला रिप्रोडक्टिव ऑर्गन होता है जो दो ट्यूब विकसित अंडे को अंडाशय से यूटरस तक पहुंचाता है। हर महीने आने वाले मासिक धर्म से पहले ओवुलेशन होता है जो अंडाशय से अंडे को बहार निकालता है। जोकि फैलोपियन ट्यूब एक अंडाशय से एक अंडे को यूटरस तक ले जाती है।

लेकिन फैलोपियन ट्यूब के बंद होने के कारण अंडे यूटरस तक नहीं पहुंच पाते, जिससे निषेचन की प्रकिया पूरी नहीं हो पाती और महिला गर्भधारण नहीं हो पाती है।

सरल तरीके से बात करें तो एक अंडा वीर्य के दौरान निषेचन होता है जो ट्यूब के जरिये यूटरस या गर्भाशय में दाखिल होता है। अगर किसी बाधा के चलते महिला के अंडाशय से अंडे तक में वीर्य में प्रवेंश नहीं कर पाता है, जिसे आम भाषा में फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज (tubal blockage in hindi) कहा जाता है। 

फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज के लक्षण – Fallopian Tube Block Symptoms in Hindi

फैलोपियन ट्यूब के ब्लॉक होने में अक्सर कोई लक्षण नहीं दिखते है। कुछ महिलाओं को तो तब तक पता नहीं चलता जब तक उनको गर्भधारण करने में समस्या दिखाई नहीं देती है। फैलोपियन ट्यूब में रुकावट के लक्षण इस प्रकार है-

  • आमतौर पर फैलोपियन ट्यूब में रुकावट का पहला लक्षण गर्भधारण की समस्या है।
  • कुछ मामलों में फैलोपियन ट्यूब में रुकावट होने से पेल्विस एरिया (Pelvis Area) और पेट में दर्द होता है।
  • अक्सर ट्यूब की रूकावट में कई और लक्षण भी देखे जाते हैं। जैसे की एंडोमेट्रियोसिस की समस्या जिसमे मासिक धर्म में अधिक दर्द होता और साथ ही रक्तस्त्राव भी ज्यादा आता है। जोकि फैलोपियन ट्यूब के ब्लॉक होने का जोखिम बन सकता है।   
  • कुछ ममालों में ऐसा भी होता है, की जैसे फैलोपियन ट्यूब में रुकावट के कारण रोज पेट में हलका दर्द हो सकता है। इस तरह की रुकावात को हाइड्रोसालपिनक्स कहा जाता है, जो बांझपन का मुख्य कारण होता है। जिसमें फैलोययन ट्यूब का अंतिम भाग द्रव से भर जाता है। और सूज जाता है, जिससे बांझपन हो सकता है।
  • कभी- कभी निषेचन के दौरान ट्यूब में अंडे के अटक जाने से रुकावात की समस्या पैदा हो सकती है। जिससे एक्टोपिक प्रेगनेंसी कहा जाता है।

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फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज के कारण- Causes of Blocked Fallopian Tubes in Hindi

आमतौर पर फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज होने के कई कारण होते है, जिनमे शामिल है:  

  • पेल्विक में सूजन की बीमारी (Pelvic inflammatory disease) 

पेल्विक में सूजन का कारण इस स्थिति में होती है, जब आपको हाइड्रोसालपिनक्स या गहरी ;चोट या निशान लगे हो। यह एक यौन संचारित रोग है, जो फैलोपियन ट्यूब में रुकावट का काम करती है।

  • यौन रूप से संक्रामित संक्रमण (Sexually Transmitted Infections)

ट्यूब मैं ब्लॉक का कारण क्लैमाइडिया और सूजाक (गोनोरीया) निशान पैदा कर सकते हैं और पेल्विक में सूजन की बीमारी को जन्म दे सकता हैं।

  • फाइब्रॉएड (Fibroids)

फैलोपियन ट्यूब में फाइब्रॉएड का बढ़ना ब्लॉकेज का बड़ा कारण बन सकती है, खासकर जहां वे गर्भाशय से जुड़ी होती हैं। इसमें मासिक धर्म के दौरान पेट में अत्यधिक दर्द और रक्तस्त्राव भी सामान्य से ज्यादा आता हैं।

  • पिछले पेट की सर्जरी (Past Abdominal Surgery)

इस स्थिति में पिछली सर्जरी में विशेष रूप से खुद फैलोपियन ट्यूब पर पेल्विक आसंजन (Pelvic Adhesions) पैदा कर सकती है जो ट्यूबों को ब्लॉक कर देती है।

  • महिलाओं के गर्भाशय में टीबी (TB in Women’s Uterus)

महिलाओं में किसी भी तरह के टीबी होने के कारण यूटरस में भी टीबी होने की आशंका 30% बढ़ जाती है। 5-10 प्रतिशत महिलाओं में हाइड्रोसाल्पिंगिटिस की समस्या होती है, जो फैलोपियन ट्यूब में पानी भरने का कारण बनता है। आगे चलकर यह इन्फर्टिलिटी की वजह बनता है। टीबी बैक्टीरिया पूर्ण तरीके से फैलोपियन ट्यूब को बंद कर देता है, जिससे पीरियड्स रेगुलर नहीं आते।

  • बार-बार मिसकैरेज होना (Frequent Miscarriages)

बार-बार मिसकैरेज होने की कई वजह हो सकती है। एक या दोनों पार्टनर में किसी तरह की जेनिटिक दिक्कत भी हो सकती है और 2 से 4 प्रतिशत मामलों में ऐसा होता भी है। पेट में विकसित हो रहे भ्रूण (Embryo) में क्रोमोसोमल असामान्‍यता के कारण सबसे ज्‍यादा मिसकैरेज होते हैं। अनियंत्रित डायबिटीज या गर्भाशय ग्रीवा या गर्भाशय में कोई दिक्‍कत होने पर भी मिसकैरेज हो सकता है। आमतौर पर एक बार गर्भपात होने के बाद महिलाएं आसानी से कंसीव कर लेती हैं।

फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज का निदान- Diagnosis of Blockage in Fallopian Tubes in Hindi

अब अगर फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज के निदान की बात करें, तो निदान करना मुश्किल हो सकता है। क्योंकि फैलोपियन ट्यूब खुलती या बंद होती रहती है, जिससे यह पता लगाना बेहद मुश्किल है कि ट्यूब बंद हैं।

ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब के निदान के लिए तीन प्रमुख परीक्षण हैं:

  1. हिस्टेरोसाल्पिंगोग्राफी एक्स-रे (Hysterosalpingography X-Ray)

एक एक्स-रे जो हिस्टेरोसाल्पिंगोग्राफी एक्स-रे या एचएसजी के नाम से जाना जाता है। एक डॉक्टर गर्भ में एक हानिरहित डाई इंजेक्ट करता है, जो फैलोपियन ट्यूब में बहाव होना चाहिए। उसके बाद एक्स-रे पर एक दाग दिखाई देता है। अगर द्रव फैलोपियन ट्यूब में बहाव नहीं होता है, तो उनमें रुकावट हो सकती है।

  1. अल्ट्रासाउंड (Ultrasound)

यह निदान हिस्टेरोसाल्पिंगोग्राफी की तरह ही होता है, जिसमे अल्ट्रासाउंड में फैलोपियन ट्यूब की तस्वीर बनाने के लिए ध्वनि का उपयोग किया जाता है।

  1. लेप्रोस्कोपी (Laparoscopy)

यह एक कीहोल सर्जरी के नाम से जानी जाती है, जिसमे डॉक्टर आपके शरीर में छोटा सा चीरा लगाते है। और उसमे कैमरा डालकर फैलोपियन ट्यूब की तस्वीरें ली जाती हैं। इस तरीके की निदान में डॉक्टर आंतरिक हिस्सों को सही तरीके से देख पाते हैं। 

(और पढ़े – महिला स्वास्थ्य – Women Health)

फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज का आयुर्वेदिक इलाज- Treatment of Blocked Fallopian Tubes in Hindi 

ब्लॉकेज ट्यूबल का इलाज आयुर्वेद में पुरी तरह संभव है। आयुर्वेद उपचार की बात करें तो इंफर्टिलिटी का निवारण हर्बल दवाई और पंचकर्मा से इलाज किया जाता है। यह थेरेपी इंफर्टिलिटी और शरीरक कारकों तथा असंतुलन हर्मोन को ठीक करने में मदद करता है। इससे शरीर में विषैले पदार्थों को बहार निकालता है जिससे आपका शरीर और ज्यादा सक्रिया महसूस करता है। पंचकर्म का मतलब ही पांच क्रियाएं जो इस प्रकार से हैं-

  • पंचकर्मा के पहले चरण वमन में आपको उल्टी करवाकर मुंह से दोष को बहार निकाला जाता है जिससे शरीर शुद्ध होता है। 
  • दूसरे चरण में विरेचन में ऑयलेशन और फॉमेंटेशन से गुजरना पड़ता है। विरेचन की प्रक्रिया में जड़ी-बूटी खिलाई जाती है। जिसकी मदद से आपके आंत से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालने का काम करती है। 
  • तिसरे चरण बस्ती में आपके गुदामार्ग या मूत्रमार्ग से औषधि को शरीर में प्रवेश कराया जाता ताकि रोग का इलाज कर सकें। इसमें तरल पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि तेल, दुध और घी को आपके मलाशय तक पहुंचाया जाता है। 
  • चौथे चरण नस्य में आपके नाक के माध्यम से औषधि को शरीर में प्रवेश करवाया जाता है। जो आपके सिर के ऊपर वाले भाग से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है। 
  • आखिरी और पांचवे चरण रक्तमोक्षण में आपके शरीर में खराब खून को साफ किया जाता है। खून साफ ना होने की वजह से शरीर में होने वाली बीमारी से बचाने में रक्तमोक्षण प्रक्रिया बहुत कारागर साबित होती है। 

उत्तर बस्ती थेरेपी (Uttar Basti Therapy) पंचकर्म की बढ़िया चिकित्सा  (ayurvedic doctor in delhi) विधि है। उत्तर बस्ती थेरेपी के जरिए ट्यूब में होने वाला ब्लॉकेज को खोला जाता है। उत्तर बस्ती में अपके योनी में औषधीय तेल और हर्बल डाला जाता है। इस थेरेपी में कोई दर्द नहीं होता और नेचुरल तरीके से फैलोपियन ट्यूब को खोला जाता है। आईवीएफ (IVF) या लैप्रोस्कोपी के मुकाबले में उत्तर बस्ती में कम खर्च आता है और सबसे अच्छी बात यह है कि इसकी सफलता दर भी आईवीएफ के मुकाबले ज्यादा है।

इस लेख की जानकारी हमें डॉक्टर चंचल शर्मा द्वारा दी गई है तो सलाह लेने के बाद ही इस पर अमल करें। इस विषय से जुड़ी या अन्य पीसीओएस, ट्यूब ब्लॉकेज, हाइड्रोसालपिनक्स उपचार पर ज्यादा जानकारी चाहते हैं। हमारे डॉक्टर चंचल की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाए या हमसे +91 9811773770 संपर्क करें।

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