मदर्स डे – एक माँ है जो मुझसे ख़फ़ा नहीं होती हमको सुख देने की खातिर , न जाने कितने त्याग वो करती है । सारे जग का प्यार देकर, माँ संस्कार हम में भरती है।। माँ की ममता को जितना भी ज्यादा सराहा जाये उतना कम है। क्योंकि आज तक कोई भी माँ की ममता का कर्ज नही चुका सका है। आज 8 मई है और आज मदर्स डे है , जिसके संदर्भ में आज हम माँ से जुड़ी कुछ बातों का उल्लेख करते हैं। वैसे तो हर दिन हमें माता-पिता का ध्यान रखना चाहिए। परंतु 8 मई स्पेशल…
मलेरिया के आयुर्वेदिक उपचार – Ayurvedic Treatment for Malaria in Hindi मलेरिया एक ऐसी बीमारी है। जो एक मच्छर के काटने पर होती है। इस मच्छर का नाम फीमेल एनोफिलीज है। मलेरिया एक संक्रमण बीमारी है। जो एनोफिलीज जाति की मादा के काटने से होता है। मेडिकल की भाषा में इस मच्छर (जीवाणु) को प्लास्मोडियम भी कहते है। यदि कोई व्यक्ति Malaria से संक्रमित हो जाता है। तो उसमें सर्दी, बुखार जैसे लक्षण दिखाई देते लगते है। मलेरिया का एक तो खास लक्षण होता है। कि यदि बुखार सर्दी के साथ होता है। तो पक्का मलेरिया हुआ है। आयुर्वेद में…
स्टिल बर्थ किसे कहते है ? – What is Still Birth in Hindi स्टिलबर्थ को आयुर्वेद में अंतर्गर्भाशयी भ्रूण मृत्यु भी कहा जाता है है। स्टिलबर्थ को अक्सर गर्भावस्था के नुकसान के रूप में परिभाषित किया जाता है। जो गर्भावस्था के 20 वें सप्ताह के बाद होता है। 20 सप्ताह से पहले होने वाली गर्भ की घटना को आमतौर पर गर्भपात माना जाता है। दुर्भाग्य से, stillbirth काफी सामान्य है। जो लगभग 160 गर्भधारण में से 1 में होता है। सीधे तौर पर कहें तो प्रेगनेंसी की 20 सप्ताह पूर्ण होने पर यदि बच्चा पेट में ही मर जाता है।…
होली में आयुर्वेदिक नुस्खे अपनाकर कैसे रखें अपनी सेहत का ख्याल होली इन हिंदी – Holi Festival in Hindi होली आते ही मन में बिल्कुल रंगबिरंगा हो जाता है। इस साल होलिका दहन 17 मार्च 2022 को होगी और होली 18 मार्च 2022 को मनाई जाएगी। होली रंगों के साथ मस्ती करने का एक खास भारतीय उत्सव है। इसमें हम सभी रंगों में भाव-विभोर हो जाते हैं। ऐसे में होली को मानने की तैयारी लोगों ने करने शुरु हो गई होगी। परंतु आज के समय में रंगों में बहुत नुकसान करने वाले कैमिकल आते है। जो हमारी सेहत को खराब…
ऋतु परिवर्तन प्रेगनेंसी को कैसे प्रभावित कर सकती है ? कैसे करें बचाव गर्भवती होना एक महिला के जीवन की सबसे रोमांचक और आनंददायक घटनाओं में से एक है। अब सर्दियों की शुरुआत हो चुकी है और करीब एक महीने से ज्यादा का समय भी हो चुका है। ऐसे में बहुत सारी गर्भवती महिलाओं के मन में सवाल आते हैं। कि क्या मौसम का बदलाव हमारी प्रेगनेंसी को प्रभावित कर सकता है। तो यह बात सच है क्योंकि आुयुर्वेद के अनुसार ऋतु परिवर्तन महिलाओं की प्रेगनेंसी को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में कुछ आयुर्वेद एवं घरेलू उपचार को अपनाकर…
प्रदूषण रोकने के आयुर्वेदिक उपाय आज हर कोई इस प्रदूषण से परेशान है । यह केवल भारत ही नही बल्कि पूरी दुनिया में चिंता का विषय बना हुई है। दिनोदिन बढ़ता प्रदूषण पर्यावरण के साथ हमारे शरीर को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है। इस प्रदूषण के कारण लोग नपुंसकता का शिकार हो रहे है और महिलाओं में सबसे ज्यादा इनफर्टिलिटी की समस्या बढ़ रही है। आज दिल्ली सहित देश के अन्य शहरो का यह हाल है कि हवा में सांस लेना मुश्किल हो गया है। ऐसे में लोग सांस एवं हृदय से सबंधिक बीमारियों का शिकार सबसे ज्यादा हो…
डाइट द्वारा वाइट डिस्चार्ज की समस्या से कैसे निजात पायें – Food for Vaginal Discharge महिलाओं की अपनी समस्याएं हैं जो वे कई बार साझा नहीं कर सकती हैं। हालांकि, ये समस्याएं स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं हैं, इसलिए इसे पहले से डॉक्टरों को दिखाना ज़रूरी है। ऐसी कई समस्याओं में से एक महिलाओं में श्वेत प्रदर (vaginal discharge) की समस्या है, जो आम है और इसे ल्यूकोरिया भी कहा जाता है। कई महिलाओं को यह समस्या अधिक होती है और इसके पीछे का कारण आहार (diet) हो सकता है। हर महिला को समय-समय पर कुछ सामान्य योनि स्राव होते…
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जानें महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी ये खास बातें अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को हर वर्ष 8 मार्च को महिलाओं की उपलब्धियों के जश्न के रुप में मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का मुख्य उद्धेश्य यह है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नही है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरुक करना भी है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जानते है कि आखिर महिला शब्द का अर्थ क्या होता है ? महिला शब्द के बारे में जानें तो महि का अर्थ होता है पृथ्वी जो सबका भार ग्रहण करती…
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2021 की थीम को डॉ चंचल शर्मा का समर्थन आशा आयुर्वेदा की संचालक डॉ चंचल शर्मा के द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अंतर्गत महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता को प्रमुखता से लेते हुए महिलाओं के स्वास्थ्य में मासिक धर्म स्वच्छता पर विशेष बल देते हुए कहा कि भारत की कुल महिला आबादी में से 63% महिलाएं मासिक धर्म के दौरान छुआछूत अंधविश्वास जागरूकता के अभाव में गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाती हैं क्योंकि कुल महिला आबादी में से 49% महिलाएं ही पीरियड के दौरान सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करती हैं । भारतीय आंकड़ों के अनुसार 64%…