LOW AMH, LOW AMH (लो एएमएच) का घरेलू उपाय

LOW AMH (लो एएमएच) का घरेलू उपाय – LOW AMH ka Gharelu Upaay

LOW AMH – वर्तमान समय की लाइफस्टाइल ने पूरा जीवन बदल कर रख दिया है। जीवनशैली के इस बदलाव के कारण ही शरीर में होने वाले परिवर्तन समय के पूर्व ही देखने को मिल रहे है। खानपान और दिनचर्या के कारण ही स्त्रियों का ओवरियन रिजर्व समय के पूर्व ही कम हो जाता है।

महिलाओं की उम्र जैसे ही बढ़ती जाती है ठीक उसी प्रकार उनके अंडाशय में अंडो की संख्या भी कम होती जाती है इसी कम होती संख्या को ही लो एएमएच (AMH) कहते है।

लो एएमएच (Low Amh) का मुख्य कारण आज का खानपान, जीवनशैली तथा अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है जिसके परिणाम स्वारुप महिलाएं गर्भधारण करने में असमर्थ हो जाती है।

एएमएच (AMH) महिलाओं में पाया जाना वाला एक हार्मोन है, जो महिला के अंडाशय में अंडो के निर्माण करने में सहायक होता है। गर्भधारण करने के लिए महिलाओं में अंडे बनना बहुत ही जरुरी होते है और यदि अंडे कम मात्रा में बनते है या फिर बिल्कुल भी नही बनते है तो इस अवस्था में महिला गर्भवती नही हो सकती है।

यदि महिला में अंडे न बने तो यहां पर आइवीएफ तकनीक भी काम नही करती है। ऐसे में केवल आयुर्वेदिक उपचार और घरेलू उपाय के सहारे ही गर्भधारण करना संभव है।

और पढ़े – LOW AMH का आयुर्वेदिक उपाय

LOW AMH  का घरेलू उपाय –

लो एएमएच (LOW AMH) के स्तर को ठीक करने के लिए हम कुछ घरेलू उपायों की मदद लेते है जिससे महिलाओं के एएमएच (AMH) लेवल में सुधार देखने को मिलता है । जिससे महिलाएं गर्भ धारण करने के योग्य बन जाती है।

1.  हरी पत्तेदार सब्जियाँ – हरी सब्जियों के सेवन से महिलाओं के शरीर को फाइबर, आयरन, मिनरल और कैल्शियम मिल जाते है जो अंडो के निर्माण में अच्छी भूमिका निभाते है।

2.  मौसमी फल – आयुर्वेद के अनुसार मौसमी फलों को  अपनी डाइट में सामिल करने से मिनिरल्स, विटामिन सी,फाईबर, पोटेशियम तथा अन्य जरुरी पोषक तत्व मिल जाते है जिससे अंडो की संख्या में वृद्धि हो जाती है।

3.  अंकुरित अनाज – अंकुरित अनाज में बहुत प्रकार के पोषक तत्व पाये जाते है तथा अंकुरिक अनाजो में एंटी-आक्सीडेंट, विटामिन ई,बी,सी, ए पर्यापत्त मात्रा में पाया जाता है।

4.  दूध – दूध एक ऐसा तरल खाद्य पदार्थ है जो हर किसी के लिए जरुरी होता है। दूध को संपूर्ण आहार माना जाता है क्योंकि दूध में सभी प्रकार के पोषक तत्व पाये जाते है। दूध में प्रोटीन के साथ-साथ विटामिन की पर्याप्त मात्रा मिल जाती है। दूध में A, B1, B2, B12 और D, पोटैशियम, मैग्नीशियम इत्यादि तत्व मिल जाते है जो अंडो की संख्या में भारी मात्रा में वृद्धि करते है।

5.  सूखे मेवे – काजू, किशमिस, बादाम,पिस्ता, अंजीर,नारियल, मखाना इत्यादि में तरह-तरह के पोषक तत्व पाये जाते है जो AMH के लेवल में वृद्धि करते है।

घरेलू उपाय करने से पूर्व किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह जरुर लें ताकि आपको समस पर अच्छे रिजल्ट मिल सके।

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