success story, आयशा को मिली मां बनने की खुशी

Success Story – नौ साल शादी के बाद आयशा को मिली मां बनने की खुशी

मां बनने का सपना हर महिला का होता है लेकिन अधिकतर महिलाओं का सपने में खलल आ जाती है। आजकल की महिलाएं प्रेग्नेंट होने के कितने ही जतन करती है। लेकिन कोई भी सफलता नहीं मिल रही है।

प्रेग्नेंसी का प्रयास करने वाली महिलाओं को अक्सर प्रेग्नेंट होने के लिए मन कई तरह के सवाल रहते है। महिलाओं को इसकी पूरी जानकारी ना होेने के कारण तनाव होने लगता है। ऐसी ही कहानी आयशा की है जिसकी उम्र 26 साल है। शादी के नौ साल बाद भी कंसीव करने में असमर्थ थी

शादी के नौ साल बाद भी कंसीव करने में असमर्थ थी
शादी के नौ साल बाद भी कंसीव करने में असमर्थ थी

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निसंतान की समस्या से जूझ रही आयशा संतान की चाह में अस्पतालों के चक्कर काट चूंकी थी। परंतु इनकी समस्या का समाधान नहीं मिला। आईवीएफ से भी कोई सहारा नहीं मिल पाया। बाद में पता चलता है की फैलोपियन ट्यूब ही ब्लॉक है। संतान की चाहत में हर तरह के उपाय और तरीके आज़मा लेती हैं लेकिन इससे उन्हें कुछ फायदा नहीं होता।

निसंतानता से जूझ रही आयशा की उम्मीद टूट चुकी थी। उनकी परेशानी के चलते शादी-पार्टी में लोगों ने बुलाना बंद कर दिया। लोगों के एक ही सवाल से तंग आकर मिलना बंद कर दिया था। दरबदर की ठोकर खाने के बाद उनके पास एक ही विकल्प नजर आया और वो था आयुर्वेद इलाज।

शादी के नौ साल बाद कंसीव करने में सफल रही है
शादी के नौ साल बाद कंसीव करने में सफल रही है

आशा आयुर्वेदा के इलाज के साथ आयशा शादी के नौ साल बाद कंसीव करने में सफल रही है। आयुर्वेद में कुछ ऐसे आसान तरीके सेे आयशा की फैलोपियन ट्यूब खुली और जिनसे निसंतान दंपत्तियों को संतान का सुख मिला। आशा आयुर्वेदा के ज़रिये निसंतान आयशा अपने जीवन में संतान सुख पा सकी हैं। 

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