एंडोमेट्रिओसिस की सक्सेस स्टोरी

एंडोमेट्रिओसिस की सक्सेस स्टोरी Heena khatun: Success Story

एंडोमेट्रिओसिस की सक्सेस स्टोरी : – हिना खातून अपनी शादी के बाद अपने खुशहाल परिवार का सपना देखती थी। लेकिन 2014 में हिना को पता चला की उनको एक ट्यूब कॉर्नुअल ब्लॉक के साथ एंडोमेट्रियोसिस था, और शादी के बाद मां बनने का मेरा यह सपने का दिल तोड़ने वाला अंत हो गया था। हालाँकि मुझे पता था कि मेरा शरीर अपना सबसे बड़ा दुश्मन बनता जा रहा है, मैं दवाओं को अपने जीवन पर हावी होने देने के लिए तैयार नहीं थी।

जब भी पीरियड्स आते थे तो उस दर्द के समय मेरा शरीर मुझ से कहता था की इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, कुछ करो।” और तीन महीने चली चली आयुर्वेदिक पद्धति से आज उनको मां बनने का सौभाग्य मिला है। 

(Watch Video All Success Story)

नाम : हिना खातून

उम्र : 33 साल                            

राज्य : सूरत, गुजरात

बीमारी : एक ट्यूब कॉर्नुअल ब्लॉक के साथ एंडोमेट्रियोसिस

ठीक होने का समय : 5 months

Heena khatun Ki Success Story –

आज के समय में एक महिला के लिए प्रेगनेंट होना काफी मुश्किल हो गया है। आकड़ों के अनुसार, हर 10 में से 2 महिलाएं किसी न किसी वजह से इनफर्टिलिटी की समस्या से जुझ रही हैं। कुछ महिलाओं की फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक हो जाती है, जिसकी वजह से उनको कंसीव करने में दिक्कत आती है।  

ऐसी हालात का सामना कर रही थी गुजरात के सूरत शहर की रहने वाली हिना, जिसकी शादी के ग्यारह साल बाद भी मां बनने की इच्छा पूरी नहीं हो पाई। हिना फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज की समस्या से पीड़ित थी, जिसके कारण गर्भधारण में परेशानी आ रही थी। 

एक ट्यूब के ब्लॉक होने से गर्भधारण में आई बाधा

कई फर्टिलिटी डॉक्टर को दिखाया लेकिन कोई हल नहीं निकला। तब Infertility Doctor ने हिना को HSG करवाने के लिए सलाह दी। उस टेस्ट से हिना को पता चला की उनकी एक ट्यूब कॉर्नुअल ब्लॉक है। डॉक्टर ने हिना को IVF

के साथ Laparoscopy करवाने की सलाह दी, जिसमें खर्च भी ज्यादा है और चांसेस भी कम है। 

यह खबर सुनने के बाद मानो किसी ने मेरे जीने की वजह छीन ली हो। मेरे पति और मेरे बीच के संबंध दिन प्रतिदिन खराब होते जा रहे थे। 30 साल की उम्र में, मुझे एंडोमेट्रिओसिस की समस्या का पता चला था, और शादी से मां बनने का मेरा सपना दिल तोड़ने वाला अंत हो गया था। हालाँकि मुझे पता था कि मेरा शरीर अपना सबसे बड़ा दुश्मन बनता जा रहा है, मैं दवाओं को अपने जीवन पर हावी होने देने के लिए तैयार नहीं थी। 2 साल तक, मैं इस विश्वास को पकड़े हुए अंधेरे में जी रही थी की में अब नेचुरली कंसीव नहीं कर सकती। 

आयुर्वेद में मौजूद मेरी बीमारी का इलाज

एक दिन मैं यूट्यूब में वीडियो देख रही थी तब मैंने आयुर्वेद उपचार के बारे में जाना। मुझे विश्वास नहीं हुआ की मेरा मां बनने का सपना आयुर्वेद से पूरा हो सकता है। जब मैं आशा आयुर्वेदा आई तो यहां के स्टाफ और डॉक्टर से मिलकर मुझे यकीन हो गया था कि मेरी समस्या का समाधान जरूर मिलेगा। 

फर्टिलिटी डॉक्टर ने आयुर्वेद दवाइंयों के साथ मेरे लिए डाइट चार्ट भी तैयार करके दिया साथ ही मुझे कुछ योगासन भी बताएं जिसे अपना के कुछ महीनों में ही मैंने नेचुरल तरीके से कंसीव कर लिया। मुझे दूसरे महीने में ही Fallopian tube blockage and Endometriosis Treatment से अपने शरीर में होने वाले बदलाव महसूस होने लगे थे। 

आयुर्वेद डाइट से मेरे वजन में ही मुझे बदलाव देखने को मिला था। मेरे अनियमित पीरियड्स में ही बदलाव आने लगा था। और दर्दनाक भरे पीरियड्स में भी तीसरे महीने में डॉक्टर ने मुझे उत्तर बस्ती करवाने के लिए कहा था। इस थेरेपी के बाद डॉक्टर ने मुझे तीसरे महीने में कंसीव करने की दवाइंया शुरू की और मात्रा पांच महीने बाद मैंने कंसीव कर लिया। 

हिना और उनके पति के लिए खुशी का ठिकाना नहीं है जब उन्हे पता चला की आयुर्वेद से कुछ महिनों में कंसीव कर लिया और अब मां बनने का सुख मिला। ना जाने हिना जैसी कितनी महिलाएं है जिन्होनें आयुर्वेद को चुना और अब मां बनने के सुख प्राप्त किया है। आयुर्वेद उन महिलाओं एक नई आशा की किरण हो जो इस सुख से वंच्छित है। आशा आयुर्वेदा के जरिए निसंतान मिनाक्षी ने अपने जीवन में संतान सुख पा सकी हैं। 

हम जल्द ही आगे की कहानी अपने नये ब्लॉग के माध्यम से शेयर करेंगे। अगर आप या फिर आपके घर परिवार में ऐसा कोई है जिसे अभी तक संतान सुख की प्राप्ति नही हुई है तो परेशानी की बात नही आप भी आशा आयुर्वेदा के बेस्ट फर्टिलिटी डॉक्टर चंचल शर्मा से संपर्क करके संतान सुख प्राप्त कर सकते है।

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