फैलोपियन ट्यूब ट्रीटमेंट, Fallopian tube treatment

ट्यूब ब्लॉकेज ट्रीटमेंट – किन कारणों से बंद हो जाती है फैलोपियन ट्यूब

शादी के बाद मां बनना हर महिला का सपना होता है। लेकिन आजकल खराब स्वास्थ और जीवनशैली के कारण महिलाओं का प्रेगनेंट होना काफी मुश्किल हो गया है। अमूमन हर 10 में से 2 महिलाएं किसी न किसी वजह से इनफर्टिलिटी की समस्या से जूझ रही हैं। जिसमें 25–30% मामले फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज (Fallopian Tube Blockage) के होते है। 

ज्यादातर महिलाओं को पता ही नहीं चलता है कि उनकी फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक है, जब तक की वह गर्भधारण करने की कोशिश नहीं करती हैं। ट्यूब ब्लॉक होने के कारण एक महिला गर्भधारण करने में असक्षम होती है। आजकल फैलोपियन ट्यूब ट्रीटमेंट का नाम लेकर लेप्रोस्कोपी और आईवीएफ कराने की सलाह दी जाती है। जबकि आयुर्वेद में इसका सफल इलाज मौजूद है। इस लेख के माध्यम से हम आपको डॉ चंचल शर्मा द्वारा बताए गए ट्यूब ब्लॉकेज ट्रीटमेंट और कारण के बारे में विस्तार से बताएंगे।  

(ये भी पढ़िये : ट्यूबल ब्लॉकेज ट्रीटमेंट सेंटर, क्लिनिक और हॉस्पिटल)

ट्यूब ब्लॉकेज ट्रीटमेंट- Fallopian tube blockage Treatment 

जब भी किसी महिला के एचएसजी टेस्ट (HSG Test) में फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज बताया जाता है तो वह ये सोचकर बहुत दुखी हो जाती है की अब कभी मां नहीं बन पाएगी। और इसी खोज में लग रहती है कि बंद ट्यूब कैसे खोले। 

डॉक्टर चंचल शर्मा कहती है कि Tube Blockage की समस्या को बहुत बड़ा न समझे। यह निसंतानता का एक आम कारण हैं, जिसके लिए हमने कई सफल उपचार किए है। जैसे एलोपैथी विज्ञान में Tubal Blockage Treatment के लिए आईवीएफ एक रास्ता है वैसे ही फैलोपियन ट्यूब ट्रीटमेंट प्रकृतिक रूप से भी संभव है।

फैलोपियन ट्यूब महिला का प्रजनन अंग होता है जो अंडाशय (Ovary) और गर्भाशय (Uterus) को मिलाता है। ओवुलेशन (Ovulation) के दौरान महिला के अंडाशय से हर महीने एक अंडा फैलोपियन ट्यूब के जरिए गर्भाशय तक पहुंचाया जाता है। इसी नली (Fallopian Tube) में अंडा और शुक्राणु मिलता जो निषेचन (Fertilized) की प्रक्रिया को पूरा कर गर्भाशय में प्रत्यारोपण (Implant) होने के लिए जाता है, जहां भ्रूण का विकास होता है। 

अगर एक ट्यूब ब्लॉक है तो उस स्थिति में ट्यूब ब्लॉकेज ट्रीटमेंट की मदद से मां बन सकती है। वहीं अगर दोनों ट्यूब ब्लॉक है तो कुछ प्रक्रियाओं से tubal blockage doctor इस परेशानी को दूर करने में कोशिश करती है। फैलोपियन ट्यूब ट्रीटमेंट के मामलों में अक्सर Infertility Doctor आईवीएफ की सलाह देते है परंतु यह पूरी तरह से सफल नहीं है और इसकी सफलता दर भी बहुत कम है। 

डॉक्टर चंचल शर्मा का कहना है कि आयुर्वेद में फैलोपियन ट्यूब ट्रीटमेंट बिना सर्जरी के स्वाभाविक रूप से किया जाता है जो एक महिला को नचुरली कंसीव करवाने में मदद करता है। आयुर्वेद की सबसे प्रचीन पंचकर्म पद्धति में उत्तर बस्ती थेरेपी से बीना चीड़-फाड़ के फैलोपियन ट्यूब को खोलने में मदद करता है।   

उत्तर बस्ती उपचार में गर्भाशय के जरिए फैलोपियन ट्यूब में एक विशेष प्रकार की औषधीय तेल, घी, या काढ़ा डाला जाता है। इसको करने में मात्रा 15 से 20 मिनट तक का समय लगता है। यह थेरेपी लगातार तीन दिनों तक या रोगी के आवश्यकता अनुसार की जाती है। उत्तर बस्ती एंडोमेट्रिओसिस, Low AMH, हाइड्रोसाल्पिनक्स, PCOS/PCOD और अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी के इलाज में भी उपयोगी है। उत्तर बस्ती के द्वारा ट्यूब में होने वाला ब्लॉक आसानी से खुल जाता है और महिला बच्चे करने के योग्य बन जाती है।

ट्यूब खोलने के उपाय में उत्तर बस्ती एक बहुत ही महत्वपूर्ण कारक है जो निसंतानता महिला को फिर से मां बनने का सौभाग्य प्रदान करता है। साथ ही आयुर्वेद आपके शरीर और प्रजनन की कार्यप्रणाली को ठीक करने के लिए कुछ विधियों जैसे की दोषों को संतुलित करना, आहार में बदलाव और आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी के जरिए जीवन शैली में सुधार करती है।

फैलोपियन ट्यूब के कारण- Fallopian Tube Ke Karan

अगर किसी महिला को फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज की समस्या है तो इसके बारे में जानकारी पाने के लिए आयुर्वेदिक फर्टिलिटी डॉक्टर से सलाह जरुर लेनी चाहिए। डॉक्टर चंचल शर्मा बताती है कि फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज होने के पीछे कई कारण हो सकते है। इन निम्नलिखित में फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज के कारण शामिल हैं-

  • सूजन की बीमारी 
  • घाव का निशान (Scar Tissues) 
  • संक्रमण के कारण 
  • एसटीडी रोग (Sexually transmitted disease) जैसे क्लैमाइडिया, गोनोरिया नामक संक्रमण होना। 
  • गर्भाशय में टीबी (Tuberculosis) 
  • हाइड्रोसाल्पिनक्स में ट्यूब में पानी भरने की समस्या होना।
  • एक्टोपिक प्रेगनेंसी के कारण ट्यूब ब्लॉक होना।
  • एंडोमेट्रिओसिस की समस्या में एंडोमेट्रियल टिश्‍यू फैलोपियन ट्यबों में जमा हो सकते है।
  • फाइब्रॉएड की वृद्धि से भी ट्यूबल ब्लॉकेज की सस्मया हो सकती है। 

फैलोपियन ट्यूब ट्रीटमेंट में आयुर्वेद उन महिलाओं के लिए वरदान है जो सर्जिकल हस्तक्षेप के बिना बंद ट्यूब को खोलना चाहते है। आयुर्वेद के साथ स्वस्थ आहार- स्वस्थ व्यवहार को जीवनशैली का हिस्सा बनाएं, ताकि मातृत्व का जो सुख ईश्वर का आपको वरदान है, उसमें कोई व्याधा न आने पाए। 

इस लेख (ट्यूब ब्लॉकेज ट्रीटमेंट) की जानकारी हमें डॉक्टर चंचल शर्मा द्वारा दी गई है। इस विषय से जुड़ी या अन्य पीसीओएस, एंडोमेट्रिओसिस, ट्यूब ब्लॉकेज, Low AMH, हाइड्रोसालपिनक्स उपचार पर ज्यादा जानकारी चाहते हैं। हमारे डॉक्टर चंचल की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाए या हमसे +91 9811773770 संपर्क करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *