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बॉडी को डिटॉक्स (शुद्धिकरण) कैसे करे – How to Detox Your Body in Hindi

आयुर्वेद के अनुसार हमारे शरीर में कुछ ऐसे विकार होते है जो हमारे शरीर को बीमार बना देते है । यदि कोई बीमार भी नही तो तो हर छः माह में बॉडी को डिटॉक्स (body detox) करना बहुत ही जरूरी होता है क्योंकि यदि शरीर का शुद्धिकरण हो जाता है तो हमेशा शरीर से बीमारियां दूर रहती है। 

शरीर के अंदर की सफाई (body detox) को डिटॉक्सीफाई कहते है, आयुर्वेद में पंचकर्म के द्वारा शरीर के अंदर की शुद्धि हो जाती है जिससे हमारा शरीर का रक्त शुद्ध हो जाता है। शरीर की सफाई (body detox) करना इसलिए जरूरी होता है क्योंकि वर्तमान की जीवन शैली एवं खानपान इतना ज्यादा प्रभावित हो गया है कि शरीर का संतुलन एवं दोष दोनो बिगड़ रहें है। 

आशा आयुर्वेदा की आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ चंचल शर्मा कहती है कि यदि शरीर से मल, मूत्र एवं पसीना ठीक प्रकार से नही निकलता है तो ये गंदगी हमारे शरीर के रक्त में घुलकर न जानें कितनी ही बीमारियों को जन्म देती है। 

नीचे कुछ आयुर्वेदिक टिप्स है जिनको अपनाकर आप खुद (body detox) शरीर को डिटॉक्सीफाई कर सकते है –

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बॉडी डिटॉक्स जूस – Body Detox Juice in Hindi

करेले का जूस – यदि आप नियमित रूप से तीन माह तक करेले के जूस का सेवन करते है तो आपके शरीर का दूषित रक्त शुद्ध हो जायेगा और आप बीमारियों से कोसों दूर रहेंगे।

नीम की निंबोली – नीम की पकी हुई निंबोली (नीम के पके फल) यदि आप कुछ दिनों तक नियमित रुप से चूसते है तो शरीर का रक्त विकार ठीक हो जाता है।

एलोवेरा जूस – एलोवेरा का जूस एक अच्छा रक्तशोधक है। इसका ताजा जूस पीने से शरीर के रक्त का शोधन अच्छी प्रकार से हो जाता है।

बेल का जूस – पेट तथा आंतों की सफाई के लिए बेल का जूस एवं मुरब्बा सबसे अच्छा माना जाता है।

आंवला – यदि शरीर के रक्त में गर्मी अधिक हो जाती है तो बीमारियां होने की संभावना होती है। इसलिए रक्त में जमा मल, विकार एवं मूत्र आंवला के जूस से दूर हो जाते है। आंवला शरीर के शुद्धिकरण के लिए सबसे अच्छा माना गया है इसका किसी भी रूप में आप सेवन कर सकते है।

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